What's my New Year resolution? For last few days many of my friends or followers asking me rather complaining me about the disappearance of my blog. Sorry folks was going through "Writer's Block". So I took a resolution this year to update my this blog everyday. Some of the days may contain multiple posts and sometimes it can be one liner too... But I will try my level best to put some inputs on it daily... If you don't find my updates pinch me hard, nudge me harder...
न था कुछ तो, ख़ुदा था, कुछ न होता तो ख़ुदा होता
डुबोया मुझको होने ने, न होता मैं तो क्या होता!
हुआ जब ग़म से यूँ बेहिस, तो ग़म क्या सर के कटने का?
न होता गर जुड़ा तन से, तो ज़ानू पर धरा होता
हुई मुद्दत कि, 'ग़ालिब' मर गया, पर याद आता हैं
वह हर इक बात पर कहना, कि यूँ होता तो क्या होता?
डुबोया मुझको होने ने, न होता मैं तो क्या होता!
हुआ जब ग़म से यूँ बेहिस, तो ग़म क्या सर के कटने का?
न होता गर जुड़ा तन से, तो ज़ानू पर धरा होता
हुई मुद्दत कि, 'ग़ालिब' मर गया, पर याद आता हैं
वह हर इक बात पर कहना, कि यूँ होता तो क्या होता?
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