Monday, November 29, 2010

Breathless...

I am Breathless...

कोई जो मिला तो मुझे ऐसा लगता हैं...
जैसे मेरी सारी दुनिया मैं गीतों की रुत...
और रंगों की बरखा है खुश्बू की आँधी है...
महकी हुई सी अब सारी फ़िज़ाए हैं...
बहकी हुई सी अब सारी हवाएँ हैं...
खोई हुई सी अब सारी दिशाएं हैं...
बदली हुई से अब सारी अदाएँ हैं...
जागी उमंगे हैं, धड़क रहा है दिल...
सपनों मे तूफान हैं, होठों पे नगमे हैं...
आखों मैं सपने हैं, सपनों मैं बीते हुए...
से वो सारे लम्हे हैं...

No comments: