Neither I am a perfectionist nor I want to be... I just want to live my life like a normal person and give happiness to others...
Tuesday, March 25, 2014
Monday, February 17, 2014
Sunday, February 16, 2014
My Third Half Marathon
My Third Half Marathon - Hiranandani Thane Half Marathon - 2014 (21.097 KMs) completed in 2 Hrs 49 Mins 45 secs (2:49:45).
Milestones achieved -
1. Overall 3rd Half Marathon in sub 2:50 hr time.
2. Completed 2 Half Marathon in same calendar year that too within a month.
3. Completed 52KM timed Run in first 45 days of 2014. (10K + HM + HM).
Milestones achieved -
1. Overall 3rd Half Marathon in sub 2:50 hr time.
2. Completed 2 Half Marathon in same calendar year that too within a month.
3. Completed 52KM timed Run in first 45 days of 2014. (10K + HM + HM).
Sunday, January 19, 2014
Second Half-Marathon
Another Milestone of this season - Standard Chartered Mumbai Marathon,
Half Marathon (21.097 KMs) completed in 2 Hrs 46 Mins 48 secs (2:46:48)
better than last year but still below the expectation...
Friday, January 17, 2014
Sunday, January 5, 2014
Second 10K Powai Run
First Milestone of this Season Achieved... 10K Run (Run Powai Run)
completed in 1hr 13 mins.. Waiting for official Timings... Picture at
the Finish Line.
Wednesday, January 1, 2014
सेवानिवृति
01-01-1954 की शाम,
किसी तरह नहीं थी आम,
धरे "विमल" निर्मल स्वभाव,
जन्में आप "मसुरहाई" गाँव |
किसी तरह नहीं थी आम,
धरे "विमल" निर्मल स्वभाव,
जन्में आप "मसुरहाई" गाँव |
आठ भाई पुष्पगुच्छ समान,
सफलता के लिए जुटे जी-जान,
नहीं मानी कभी भी हार,
पढ़ने को किया "भोपाल" विहार |
"उँचेहरा" से किया कर्म आगाज़,
भुला नहीं पाए जिसे आप आज,
"कुसुम" संग ब्याह रचा यदा,
"गौरव" "सौरभ" पाए तदा |
आये फिर "महाकाल" के द्वार,
"उज्जैन" में बसाया घर संसार,
किए परिवार के हर कार्य-निर्वाह,
दूसरों के लिए बनाई सुंदर राह |
नित नयी प्रगति के बाद,
पाया वधू "अविधा" "प्रियंका" का साथ,
चहक उठा किलकरी से घर,
आई "तविषी" जब आपके दर |
अब साठ बरस की उमर पश्चात,
सर्वत्र होकर के विख्यात,
आराम की बेला आई है,
31-12-2013 सेवानिवृति लाई है |
सफलता के लिए जुटे जी-जान,
नहीं मानी कभी भी हार,
पढ़ने को किया "भोपाल" विहार |
"उँचेहरा" से किया कर्म आगाज़,
भुला नहीं पाए जिसे आप आज,
"कुसुम" संग ब्याह रचा यदा,
"गौरव" "सौरभ" पाए तदा |
आये फिर "महाकाल" के द्वार,
"उज्जैन" में बसाया घर संसार,
किए परिवार के हर कार्य-निर्वाह,
दूसरों के लिए बनाई सुंदर राह |
नित नयी प्रगति के बाद,
पाया वधू "अविधा" "प्रियंका" का साथ,
चहक उठा किलकरी से घर,
आई "तविषी" जब आपके दर |
अब साठ बरस की उमर पश्चात,
सर्वत्र होकर के विख्यात,
आराम की बेला आई है,
31-12-2013 सेवानिवृति लाई है |
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